Ghazel Ke Bahane, Desh Ke Tarane
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खामोश निगाहे हैं,
मासूम की आहे हैं.
गमगीन जिंदगी की,
मुश्किल की राहें हैं.
मिटी दिल की हसरत,
बेसहारा बाहें हैं.
बेशब्री में दम तोड़ती,
मजबूर की आहें हैं.
इस कब्र जो उठती,
मधुकर की कराहे हैं.
-राय साहब मौर्या `मधुकर’,
ग्राम-छतरीपुर
डाक-कुटीर चक्के
जिला-जौनपुर(उ.प्र.)
पिन-222146
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